Sno | District | Offices | Contact Number | Address |
1 | ALIRAJPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, अलीराजपुर | | जिला उप संचालक कार्यालय, अलीराजपुर |
2 | ANUPPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, अनूपपुर | 222699 | जिला उप संचालक कार्यालय, अनूपपुर |
3 | ASHOKNAGAR | जिला उप संचालक कार्यालय, अशोकनगर | 221461 | Social justice & disabled welfare Department Shanti Bihar Colony Bypass Road, Ashokangar District - Ashoknagar (M.P.) |
4 | BALAGHAT | जिला उप संचालक कार्यालय, बालाघाट | 240281 | जिला उप संचालक कार्यालय, बालाघाट |
5 | BARWANI | जिला उप संचालक कार्यालय, बड़वानी | 222801 | जिला उप संचालक कार्यालय, बड़वानी |
6 | BETUL | जिला उप संचालक कार्यालय, बैतूल | 234368 | जिला उप संचालक कार्यालय, बैतूल |
7 | BHIND | जिला उप संचालक कार्यालय, भिण्ड | 242568 | जिला उप संचालक कार्यालय, भिण्ड |
8 | BURHANPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, बुरहानपुर | 242158 | जिला उप संचालक कार्यालय, बुरहानपुर |
9 | CHHINDWARA | जिला उप संचालक कार्यालय, छिंदवाडा | 243426 | जिला उप संचालक कार्यालय, छिंदवाडा |
10 | CHHATARPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, छतरपुर | 246517 | जिला उप संचालक कार्यालय, छतरपुर |
11 | DAMOH | जिला उप संचालक कार्यालय, दमोह | 222687 | जिला उप संचालक कार्यालय, दमोह |
12 | MANDSAUR | जिला उप संचालक कार्यालय, मुरैना | 235203 | जिला उप संचालक कार्यालय, मन्दसौर |
13 | SHIVPURI | जिला उप संचालक कार्यालय, शिवपुरी | 233640 | जिला उप संचालक कार्यालय, शिवपुरी |
14 | DATIA | जिला उप संचालक कार्यालय, दतिया | 237259 | जिला उप संचालक कार्यालय, दतिया |
15 | DEWAS | जिला उप संचालक कार्यालय, देवास | 254928 | जिला उप संचालक कार्यालय, देवास |
16 | NEEMUCH | जिला उप संचालक कार्यालय, नीमच | 257053 | जिला उप संचालक कार्यालय, नीमच |
17 | DHAR | जिला उप संचालक कार्यालय,धार | 235810 | जिला उप संचालक कार्यालय,धार |
18 | DINDORI | जिला उप संचालक कार्यालय, डिण्डौरी | 234841 | जिला उप संचालक कार्यालय, डिण्डौरी |
19 | KHANDWA | जिला उप संचालक कार्यालय, खण्डवा | 0733-222 | जिला उप संचालक कार्यालय, खण्डवा |
20 | GUNA | जिला उप संचालक कार्यालय, गुना | 252202 | जिला उप संचालक कार्यालय, गुना |
21 | HARDA | जिला उप संचालक कार्यालय, हरदा | 225193 , | जिला उप संचालक कार्यालय, हरदा |
22 | HOSHANGABAD | जिला उप संचालक कार्यालय, होशंगाबाद | 252283 | जिला उप संचालक कार्यालय, होशंगाबाद |
23 | JHABUA | जिला उप संचालक कार्यालय, झाबुआ | 244285 | जिला उप संचालक कार्यालय, झाबुआ |
24 | KATNI | जिला उप संचालक कार्यालय, कटनी | 221250 | जिला उप संचालक कार्यालय, कटनी |
25 | KHARGONE | जिला उप संचालक कार्यालय, खरगोन | 235019 | जिला उप संचालक कार्यालय, खरगोन |
26 | MANDLA | जिला उप संचालक कार्यालय, मण्डला | 223560 | जिला उप संचालक कार्यालय, मण्डला |
27 | SHEOPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, मन्दसौर | | जिला उप संचालक कार्यालय, मन्दसौर |
28 | MORENA | जिला उप संचालक कार्यालय, नरसिंहपुर | 230412 | जिला उप संचालक कार्यालय, नरसिंहपुर |
29 | PANNA | जिला उप संचालक कार्यालय, पन्ना | 252058 | जिला उप संचालक कार्यालय, पन्ना |
30 | RAJGARH | जिला उप संचालक कार्यालय, रायसेन | 222052 | जिला उप संचालक कार्यालय, रायसेन |
31 | RAJGARH | जिला उप संचालक कार्यालय, राजगढ़ | 255259 | जिला उप संचालक कार्यालय, राजगढ़ |
32 | RATLAM | जिला उप संचालक कार्यालय, रतलाम | | जिला उप संचालक कार्यालय, रतलाम |
33 | SATNA | जिला उप संचालक कार्यालय, सतना | 224391 | जिला उप संचालक कार्यालय, सतना |
34 | SEHORE | जिला उप संचालक कार्यालय, सीहोर | 227039 | जिला उप संचालक कार्यालय, सीहोर |
35 | SHAJAPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, सिवनी | 228005 | जिला उप संचालक कार्यालय, सिवनी |
36 | SHAHDOL | जिला उप संचालक कार्यालय, शहडोल | 245209 | जिला उप संचालक कार्यालय, शहडोल |
37 | SHEOPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, श्योपुर | | जिला उप संचालक कार्यालय, श्योपुर |
38 | SHAJAPUR | जिला उप संचालक कार्यालय, शाजापुर | | जिला उप संचालक कार्यालय, शाजापुर |
39 | SIDHI | जिला उप संचालक कार्यालय, सीधी | 250282 | जिला उप संचालक कार्यालय, सीधी |
40 | VIDISHA | जिला उप संचालक कार्यालय, सिंगरौली | | जिला उप संचालक कार्यालय, सिंगरौली |
41 | TIKAMGARH | जिला उप संचालक कार्यालय, टीकमगढ़ | 242250 | जिला उप संचालक कार्यालय, टीकमगढ़ |
42 | UMARIA | जिला उप संचालक कार्यालय, उमरिया | 223027 | जिला उप संचालक कार्यालय, उमरिया |
43 | VIDISHA | जिला उप संचालक कार्यालय, विदिशा | 234272 | जिला उप संचालक कार्यालय, विदिशा |
मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना
Aim :
- Encourage Persons with Disabilities to pursue education.
- Enable Person with Disabilities have better access to education which would empower them to be independent.
- Children with Orthopedic disabilities are able to attend their educational institute in a convenient, hassle free manner.
- Children with Hearing and/ or Visual disabilities have access to Assistive Devices
Type Of Aid :
नि:शक्तता की श्रेणी | सामग्री का नाम | प्रथम बार | द्वितीयबार |
मंदबुद्धि | लेपटाप | 10 वी मे प्रथम बार प्रवेश लेने पर एक बार ही | स्नातक / पोलिटेक्निक मे प्रवेश लेने पर |
द्रष्टिबाधित | लेपटाप | 10 वी मे प्रथम बार प्रवेश लेने पर एक बार ही | स्नातक / पोलिटेक्निक मे प्रवेश लेने पर |
श्रवणबाधित | लेपटाप | 10 वी मे प्रथम बार प्रवेश लेने पर एक बार ही | स्नातक / पोलिटेक्निक मे प्रवेश लेने पर |
अस्थिबाधित (दोनो हाथ न होने पर) | लेपटाप | 10 वी मे प्रथम बार प्रवेश लेने पर एक बार ही | स्नातक / पोलिटेक्निक मे प्रवेश लेने पर |
अस्थिबाधित (दोनो पेरो से चलने मे अक्षम) | मोट्रेट ट्रायसिकल | 10 वी मे प्रथम बार प्रवेश लेने पर एक बार ही | स्नातक / पोलिटेक्निक मे प्रवेश लेने पर |
Eligibility Criteria For Schemes :
- Student seeking aid should be a Domicile of Madhya Pradesh.
- Student should be a Person with Disabilities.
- Student should be a regular student at a School, College or Polytechnic College.
- Orthopedically disabled student should have scored at least 60% marks in the previous class he/ she qualified.
- For students with disabilities other than orthopedic should have scored at least 50 % in the previous class he/ she qualified.
\
नि:शक्तता की परिभाषा अनुसार किसी भी संवर्ग के 40 प्रतिशत या उससे अधिक नि:शक्तताधारी व्यक्ति को शासन की संचालित सुविधाओं का लाभ दिये जाने के लिए सर्वप्रथम नि:शक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किये जाने के लिए प्रत्येक जिले में जिला मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया हैं। जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रत्येक माह के निर्धारित दिवसों में नि:शक्तता दर्शाते हुए 2 छाया चित्र (फोटो) मूल निवासी का प्रमाण पत्र एवं आवेदन पत्र के साथ हितग्राही को उपस्थित होने पर जिला चिकित्सा बोर्ड द्वारा चिकित्सा प्रमाण्ा पत्र जारी किया जाता हैं।
प्रकिया: नि:शक्तता प्रमाण पत्र के आधार पर ही शासन द्वारा संचालित योजनाओं के तहत निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप लाभान्वित किया जाता हैं। अत: प्रथमत: नि:शक्त व्यक्ति को नि:शक्तता प्रमाण पत्र जिला चिकित्सा बोर्ड के माध्यम से तैयार कराया जाना आवश्यक हैं। राज्य शासन द्वारा नि:शक्तजनों के समग्र पुनर्वास कार्यक्रम के तहत नवंबर 2006 में कराये गए एक दिवसीय हाउस होल्ड सर्वेक्षण के अनुसार प्रदेश मे कुल 8,17,082 नि:शक्तजन हैं जिनकी नि:शक्ततावार संख्या निम्नानुसार हैं:
क्रं.. | नि:शक्तता का प्रकार | नि:शक्ततावार संख्या |
1. | चलन नि:शक्तता (अस्थिबाधित) | 4,38,148 |
2. | श्रवण शक्ति का ह्रास (श्रवण बाधित) | 91,777 |
3. | अंधता (द्वष्टि बाधित) | 91,022 |
4. | मानसिक मंदता | 60,508 |
5. | कम द्वष्टि | 56,876 |
6. | मानसिक रूग्णता | 21,944 |
7. | कुष्ठरोग मुक्त | 10,807 |
निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किए जाने के लिए प्रत्येक जिले में जिला मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रत्येक माह के निर्धारित दिवसों में निःशक्तता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। तिथि ज्ञात कर निर्धारित दिवस में निःशक्तता दर्शाते हुए 2 फोटो, मूल निवासी प्रमाण पत्र एवं आवेदन पत्र के साथ हितग्राही को उपस्थित होने पर जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके अतिरिक्त निःशक्त व्यक्तियों की सुविधा के लिए जिला तहसील तथा ब्लाक स्तर पर शिविर लगाकर भी निःशक्तता/विकलांगता मेडिकल प्रमाण पत्र जारी किया जाते है। प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय सोमवार को जिले में एकल खिड़की का आयोजन किया गया हैं|
निःशक्तता का आकंलन तथा चिकित्सा प्रमाण पत्र की प्रदायगी विभाग की सतत् कार्यवाही है।
भारत सरकार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा नि:शक्त व्यक्तियों को राष्ट्रीय प्रारूप में परिचय पत्र / पास बुक जारी किये जाने के निर्देश प्रदान किये गये है। परिचय पत्र / पास बुक में नि:शक्त व्यक्तियों को राज्य शासन / भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं / सुविधाओं / रियायतों संबंधी जानकारी का पंजीयन विहित प्राधिकारी द्वारा किया जाता है अत: प्रत्येक नि:शक्त व्यक्ति को परिचय पत्र / पास बुक भी तैयार कराया जाना आवश्यक हैं।
प्रकिया: जिला चिकित्सा बोर्ड से नि:शक्तता प्रमाण पत्र प्राप्त किये जाने के उपरान्त नि:शक्तता परिचय पत्र / पास बुक बनवाये जाने हेतु आवेदन पत्र में नि:शक्तता प्रमाण पत्र के छाया प्रति के साथ शहरी क्षेत्र के नि:शक्त व्यक्ति को अपने आवेदन पत्र जिला कार्यालय सामाजिक न्याय को तथा ग्रामीण क्षेत्र के नि:शक्त व्यक्तियों का अपने आवेदन पत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को प्रस्तुत किये जाने पर निर्धारित प्रपत्र में नि:शुल्क परिचय पत्र / पास बुक तैयार कर प्रदान किये जाते हैं।
किसी भी पात्र नि:शक्त व्यक्ति को , विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने से पहले पंजीकृत होना आवश्यक है । पंजीकरण होने के पश्चात ही वह मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होता है। वास्तव मे पंजीकरण फॉर्म पर चिकित्सक द्वारा अनुशंसा की जाती है । सामाजिक न्याय विभाग द्वारा सर्वे किया जाकर लगभग 817605 नि:शक्त लोगो को पंजीकृत किया गया है । यदि कोई नि:शक्त व्यक्ति पंजीकृत होने से रह जाता है तो वह जिले के उप संचालक ,सामाजिक न्याय के कार्यालय से संपर्क कर सकता है अथवा जिले मे अपने स्थान के समीप होने वाले अंत्योदय मेले मे जा सकता है । कई जिलो मे इसके लिए एकल खिडंकी व्यवस्था भी उपलब्ध है जहां से पंजीकरण किया जा सकता है ।
किसी भी पात्र नि:शक्त व्यक्ति को , विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने से पहले पंजीकृत होना आवश्यक है । पंजीकरण होने के पश्चात ही वह मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होता है। वास्तव मे पंजीकरण फॉर्म पर चिकित्सक द्वारा अनुशंसा की जाती है । सामाजिक न्याय विभाग द्वारा सर्वे किया जाकर लगभग 817605 नि:शक्त लोगो को पंजीकृत किया गया है । यदि कोई नि:शक्त व्यक्ति पंजीकृत होने से रह जाता है तो वह जिले के उप संचालक ,सामाजिक न्याय के कार्यालय से संपर्क कर सकता है अथवा जिले मे अपने स्थान के समीप होने वाले अंत्योदय मेले मे जा सकता है । कई जिलो मे इसके लिए एकल खिडंकी व्यवस्था भी उपलब्ध है जहां से पंजीकरण किया जा सकता है ।
श्रवणबाधित (HI) Hearing Impaired
निम्न तरीकों से बच्चे के बधिरपन को जाना जा सकता है, जैसे - 1- बच्चा सामान्य आवाज तो नहीं सुनता परन्तु चिल्लाने पर पीछे मुड्ता है, अर्थात श्रवण की आव्रत्ति 65-75 डेसीबल होगी। 2- यदि जोर से चिल्लाने पर भी बच्चा नहीं सुनता तो श्रवणता 70 डेसीबल से अधिक होगी।3- मेज पर जोर से थपथपाने पर भी न सुनने से 75 से 80 डेसीबल की श्रवणहीनता होगी 4- इसके बाद यदि ड्रम बजने की आवाज जिसकी तीव्रता 90-95 डेसीबल होती है, सुनता है, तो इसका तात्पर्य है, कि व्यावहारिक लक्ष्णों के आधार पर श्रवणबाधित बच्चों को पहचानना
श्रवणता |
क्या बच्चे को कक्षा में ध्यान देने में समस्या आती है? |
क्या बच्चा एक कान से सुनने का प्रयास करता है ? |
क्या पीछे से बोले जाने पर बच्चे को सुनने में परेशानी होती है ? |
क्या बच्चा अधिक तेजी से या अत्यन्त धीरे बोलता है ? |
बच्चे को बोलने में समस्या है या उच्चारण दोष्पूर्ण है ? |
बच्चा रेडियों या टी0वी0 उच्च आवाज में सुनता है ? |
बच्चा आपके प्रश्नों का विसंगतिपूर्ण जवाब देता है ? |
बच्चा, कई बार कोई बात दोहराये जाने पर, बच्चा कोई जवाब नहीं देता है ? |
बच्चा, कई बार कोई बात दोहराये जाने पर सुनता है ? |
क्या बच्चे का कान हमेशा बहते रहता है ? |
क्या बच्चे का कान दर्द की शिकायत करता है ? |
बार-बार कान खुजलाता है ? |
कान में पेंन,पेंसिल या अंगुली डालता है ? |
कान की बनावट में कोई विशेष त्रुटि है ? |
श्रुति लेख ठीक से लिख न पाता है ? |
लिखने के लिए साथी की बार-बार कॉपी देखता है ? |
हमेशा शर्दी खांसी बनी रहती है ? |
गले कर दर्द की शिकायत करता है ? |
कक्षा में बोलने वाले के चेहरे और ओ्ंठ की ओर विशेष् ध्यान देता है ? |
सिर के पीछे बजने वाले घंटे की आवाज की ओर सिर घुमाता है ? |
कक्षा में शांत बैठा रहता है ? |
कक्षा की कोई भी गतिविधि में शामिल न होना ? |
उपयुक्त में से 3-4 प्रश्न भी यदि हां में आते है, तो इनका तात्पर्य है, कि बच्चे में कुछ श्रवणहीनता है, ऐसी स्थिति में बच्चे को किसी नाक-कान-गला विशेष्ज्ञ या वाणी विशेषज्ञ को दिखाना अनिवार्य हो जाता है। यदि बच्चे की आयु 4-5 वर्ष श्रवणबाधिता का परीक्षण करना श्रवण बाधिता की पहचान या परीक्षण आडियो मीटर द्वारा किया जाता है।
वाणी सम्बंधी अक्षमताएं
1) अस्पष्टवाणी का प्रयोग करना। 2) शिक्षक के सुधारने पर भी अक्सर अशुद्ध उच्चारण करना। 3) बोलते समय प्रा:य बीच-बीच में अटकना या विशेष आवाज करना। 4) दिखाई देने वाली वाणी संबंधी अक्ष्मताएं जैसे - जीभ की आक्रति में सामान्य से छोटा या बडा होना। 5) उच्चारण में अधिक समय लगाना। 6) प्रा:य तुतलाना/हकलाना। 7) बच्चा सामूहिक गतिविधियों में भाग लेने में हिचकिचाता है।
दृष्टिबाधिता
यहां दृष्टि बाधिता को जानने के कुछ संकेत दिए है यदि उन संकेतो से किसी समस्या के होने का पता चलता है, तो बालक को विस्त़त परीक्षण के लिए उपयुक्त विशेष्ज्ञ को दिखाना चाहिए।
कम दृष्टि वाले (LV) Low Vision |
क्या बच्चे की आंखे असामान्य है, ( सूची हुई है, बहुत बडी या बहुत छोटी है ) ? |
क्या बच्चे की आंखे बार-बार लाल होती है ? |
क्या बच्चे की आंखों से बार-बार पानी बहता है ? |
क्या आंखों में बार-बार जलन की शिकायत करता है ? |
क्या आंखों को बार-बार झपकता है ? |
एक आंख् को ढ्ककर और सिर को आगे झुकाकर देखने का प्रयास करना ? |
बहुत अधिक काम करने के बाद बच्चे थक जाते है ? |
क्या बच्चों की आंख छोटी या बडी है ? |
क्या पढ्ते समय आंख को छोटी या बडी करके पढता है ? |
क्या बच्चा प्रकाश के स्त्रोत की ओर से अपना सिर धुमा लेता है ? |
क्या बच्चा पढ्ते समय इधर-उधर अपना सिर हिलाता है ? |
क्या बच्चा दूर की वस्तुओं को पहचानने में तकलीफ महसूस करता है ? |
क्या बच्चा बार-बार अपनी आंखे मलता है, या खुजलाता है ? |
क्या बच्चा आंख से संबंधित बारीक काम करने में तकलीफ महसूस करता है ? |
क्या बच्चा अनय बच्चों से पूछता है ? |
क्या बच्चा बोर्ड पढ्ने में तकलीफ महसूस करता है ? |
क्या बच्चा अन्य वस्तुओं से ठोकर खाता है अथवा लोगों को ध्क्का देता है ? |
क्या बच्चा अपने बगल में रखी वस्तुओं से टकरा जाता है ? |
नोट :- यदि चेक लिस्ट में से यदि 4 का उत्तर हां में मिलता है, तो बालक का सम्पूर्ण परीक्षण नेत्र रोग विशेषज्ञ से करवाना चाहिए, ताकि यह जाना जा सकें कि क्या चिकित्यकीय उपचार अथवा चश्में के प्रयोग से बालक की दृष्टि में सुधार किया जा सकता है!
दृष्टिहीन (Visually Impaired)
ऐसे बच्चे जो बिल्कुल भी नहीं देख पाते है, उन्हे इस श्रेणी में रखा जाए।
अस्थिबाधित /शिथिलांग (OH) Orthopedically Handicap
अस्थिबाधित /शिथिलांग |
क्या बालक चलने फिरने में या शरीर के किसी अंग को हिलाने में कठिनाई महसूस करता है ? |
क्या बालक के शरीर का कोई अंग विच्छेदित है ? |
क्या बच्चा चलने में डगमगाता है ? |
क्या बालक छडी की सहायता से चलता है ? |
क्या बालक के शरीर में समन्वय की कमी है ? |
क्या बालक भय से कांपता या थरथराता है ? |
टीप :- यदि उपर्युक्त कथन में से कोई भी उत्तर सकारात्मक हो तो बच्चे को सावधानीपूर्वक किसी योग्य अस्ति रोग शल्य चिकित्सक फिजिओथेरेपिस्ट या किसी योग्य चिकित्सक से परीक्षण करवाना चाहिए।
मानसिक पिछडेपन हेतु चेकलिस्ट (MR)( 3 से 6 वर्ष )
अस्थिबाधित /शिथिलांग |
अन्य बच्चों की तुलना में क्या बालक को बैठने,खडे होने और चलने में कोई असामान्य विलम्ब हुआ ? |
क्या बालक को सुनने में कोई कठिनार्इ हैं ? |
क्या बालक को देखने में कठिनाई होती हैं ? |
यदि आप बालक को कुछ करने के लिए कहते हैं तो क्या ऐसा लगता हैं कि बालक को यह समझाने में कठिनाई होती हैं ? |
क्या बालक को कभी पैरो में कमजोरी / जकडन मालूम होती हैं? अथवा उसे चलने में या हाथों को हिलाने में कठिनाई होती हैं ? |
क्या बालक को कभी फिट आते हैं ? एकदम अकड जाता हैं ? अथवा कभी-कभी बेहोश हो जाता हैं ? |
क्या बालक को उसी कार्य को समझने में कठिनाई होती हैं, जिसे उसी आयु के अन्य बालक अच्छी तरह समझ कर सीख लेते हैं ? |
क्या बालक बिल्कुल ही नहीं बोल पाता ? (वह शब्दों को बिल्कुल समझ या पहचान नहीं पाता हैं) |
क्या उसकी बोली सामान्य से भिन्न हैं ? निकट परिवार जन के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति द्वारा समझे जाने योग्य नहीं हैं ? |
उसी आयु के अन्य बच्चों की तुलना में क्या बालक किसी भी प्रकार से पिछडा /सुस्त अथवा धीमा दिखाई देता हैं ? |
यदि उपर्युक्त में से किसी प्रश्न का उत्तर हां हो तो मानसिक पिछडापन संभावित हो सकता हैं। (सात वर्ष से अधिक) निम्न अन्य परीक्षण करें:- 1. अन्य बालकों की क्या (प्रश्नाधीन) बालक को बैठने, खडे होने अथवा चलने में बहुत अधिक देर लगी। 2. क्या बालक स्वंय अपने काम, जैसे खाना खाना , कपडे पहनना, नहाना व सफाई करना आदि भी नहीं कर पाएं ? 3. क्या बालक को समझने में कठिनाई होती हैं जब आप उसे निर्देश देते हैं कि '' यह कार्य करों'' अथवा '' वह कार्य करों '' ?
अधिगम विकलांग (LD) बच्चे को निम्नसूची के आधार पर पहचाना जा सकता हैं:
अधिगम विकलांग (LD) |
क्या बालक विध्वंसक रूप से अस्थिर हैं कि वह अपना कार्य उस समान समय में नहीं कर पाता हैं जितने समय में उसके साथ या समान उम्र के बालक / बालिका करते हैं । |
क्या बालक शाला / घर में घटित असंगत क्रियाकलापों से आसानी से विचलित हो जाता हैं । |
क्या बालक अपनी उम्र के अन्य बालक/बालिका की अपेक्षा पढते समय अक्षर या संकेतों को बहुत जल्दी या बहुधा उलट देता हैं । उदाहरण राम को मरा या सेवा को वेसा आदि। |
क्या बच्चा बहुधा अटक कर शब्दों के बीच समय छोडते हुए या दोहराते हुए, शब्द जोडते हुए, शब्द के स्थान पर अन्य शब्द का प्रयोग करते हुए पढता हैं। |
क्या बालक पढते और लिखते समय बहुधा अंको को पलट देता हैं (उदा0 31 को 13 एवं 6 को 9 आदि) |
क्या हिसाब लगाने में बालक बहुत ही ज्यादा कमजोर हैं । |
क्या बालक को अन्य साधनों से नकल करने में कठिनाई होती हैं। (पुस्तक / श्यामपट) यद्यपि उसकी दृष्टि सामान्य हैं। |
क्या बालक अक्षरों को बहुत करीब या बहुत दूर-दूर लिखता हैं। (स्पेलिंग प्राब्लम) |
क्या बालक को जो सिखाया पढाया जाता हैं सब कुछ समझता हुआ प्रतीत होता हैं परन्तु जब प्रश्न पूछा जाता हैं तो जबाब देने में अक्षम होता हैं। |
नोट : यदि उपर लिखे कथनों में से 3-5 कथनों का जबाब सकारात्मक है तो बच्चे का सावधानी पूर्वक परीक्षण किसी योग्य मनोचिकित्सक या विशिष्ट शिक्षक से कराये।
बहु नि:शक्तता (Multiple Disabilities)
बहु नि:शक्तता (Multiple Disabilities) |
बच्चा चश्मा, श्रवण यंत्र, बैशाखी, व्हील चेयर आदि का इस्तेमाल करता है। |
बच्चे में दृश्य विकृति - जैसे बडा सिर/छोटा सिर/अरिक्त उंगली या अंगूठा हो। |
बच्चा पूर्व से ज्ञात वस्तु अचानक निकट लाए जाने पर चौंक जाए। |
बच्चा लगातार हाथ हिलाना, प्रकाश की ओर झपटना, आंखो में उंगली कोचना जैसी आदतें प्रदर्शित करे। |
बच्चा वस्तुओं के अधिक निकट जाए और उन्हें पहचानने की कोशिश करे। |
बच्चा शाला की घण्टी की आवाज को समझता है, क्या वह घण्टी बजाने पर लोगो के आवगमन को समझता है। |
बच्चा अपने सहपाठियों से बातचीत करता है, अथवा हावभाव प्रदर्भित करता है, अथवा कभी भी संवाद नहीं करता है। |
बच्चा अपने सहपाठियों द्वारा शिक्षक के श्यामपट कार्य को लिखने की क्रिया को नही करता है। |
बच्चा शारीरिक शिक्षण के कालखण्ड में अपेक्षित भंगिमा नहीं बनाता है। |
बच्चा कक्षा में कोई एक विशिष्ट कोना पंसद करता है। |
बौद्धिकता दुर्बलता( आंशिक मानसिक मंदता, धीमी गति से सीखने वाले बच्चे, विशिष्ट अधिगम अशक्तताएं) |
नोट : चुंकी यह एक से अधिक नि:शक्तताओं का मिश्रण है अत: अनय नि:शकतताओं के लक्ष्णों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।MD के सुस्पष्ट लक्ष्णों को नीचे रेखांकित किया गया है।
सेरिब्रल पाल्सी (Cerbral Palsy ) (CP)
निम्नांकित रेखांकित कथनों के साथ किन्हीं दो अतिरिक्त लक्षणों की उपस्थिति से सेरिब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy) को इंगित करती है।
सेरिब्रल पाल्सी (Cerbral Palsy ) (CP) |
स्वैच्छिक गति पर नियंत्रण करने में बच्चे को कठिनाई हो। |
बच्चा चलने में विचित्र चाल व भंगिमा दर्शाए एवं उसे संतुलन में कठिनाई हो। |
बच्चे को बडी मांस पेशीय कौशल में कठिनाई हो जैसे - बगैर सहारे के सामान्य कुर्सी में बैठने में, चलने, दौडने, चढने, झुकने इत्यादि में कठिनाई हो। |
बच्चे को अपने दैनिक क्रियाकलाप करने में कठिनाई हो। |
बच्चे को बोलते समय श्वास नियंत्रण में कठिनाई हो। |
बच्चे को सूनने/देखने/मानसिक मंदता/ दौरे पडना आदि से संबद्ध समस्याएं हो। |
बच्चे को समन्वय के अभाव के कारण पढ्ने/लिखने मे सहायता की आवश्यकता हो। |
बच्चा बैठने अथवा खडे होने के लिए ज्यादा ही कडक (Stiff) अथवा ढीला ढाला हो। |
बच्चा एक ही स्थिति मे अटक जाए (स्थिर रह जाए ) और चलने मे असमर्थ हो। |
सर और गर्दन का नियंत्रण नहीं रख पाए। |
नोट : अभिभावकों के माध्यम से जांच करें कि क्या 6 वष् की आयु के पूर्व बच्चे का विलंबित विकास (delayed milestones) फिटस आना, लंबे समय तक लार बहना व बेतुकी व्यवहार के लक्षण (Symptoms of drooling) बिना अभिप्राय के अनियंत्रत गति (Involuntary movements) का व्यवहार कर रहा है।
अन्धता (Visual Impaired)
"अन्धता" उस अवस्था को निर्दिष्ट करती हैं जहां कोई व्यक्ति निम्न लिखित अवस्था में से किसी में ग्रसित हैं, अर्थात:
1.द्धष्टि का पूर्ण अभाव
2.सुधारको लेंसो के साथ बेहतर नेत्र में द्धष्टि की तीक्षगता जो 6/60 या 20/200 (स्नेलन) में अधिक न हो
3.द्धष्टि क्षेत्र की सीमा जो 20 डिग्री कोण वाली या उससे तंदतर है |
कम द्धष्टि (Partial visual impaired)
"कम द्धष्टि वाला व्यक्ति" से ऐसा कोई व्यक्ति अभिप्रेत है जिसकी उपचार या मानक अपर्वतनीय संशोधन के पश्चात़ भी द्धष्टि क्षमता का ह्रास हो गया है किन्तु जो समुचित सहायक युक्ति से किसी कार्य की योजना या निष्पादन के लिए द्धष्टि का उपयोग करता है या उपयोग करने मे संभाव्य रूप से समर्थ हैं।
कुष्ठरोगमुक्त (Leprosy-free)
"कुष्ठ रोगमुक्त व्यक्ति" से कोई ऐसा व्यक्ति अभिप्रेत है जो कुष्ठ से रोगमुक्त हो गया है, किन्तु:
1.हाथों या पैरों में संवेदना की कमी और नेत्र और पलक में संवेदना की कमी और आंशिक घात से ग्रस्त किन्तु प्रकट विरूपता से ग्रस्त नही हैं।
2.प्रकट विरूपता और आंशिक घात से ग्रस्त हैं, किन्तु उसके हाथों और पैरो में पर्याप्त गतिशीलता है, जिससे वह सामान्य आर्थिक क्रियाकलप कर सकता हैं।
3.अत्यन्त शारीरिक विरूपता और अधिक वृद्वावस्था से ग्रस्त है जो उसे कोई भी लाभपूर्ण उपजीविका चलाने से रोकती है और कुष्ठ रोग मुक्त पद का अर्थ तदानुसार लगाया जायेगा।
वण शक्ति का ह्रास (Hearing and Speech Impaired)
"श्रवण शक्ति का ह्रास" से अभिप्रेत है संवाद संबंधी रेंज की आवृत्ति में बेहतर कर्ण में साठ डेसीबल या अधिक की हानि
चलन नि:शक्तता (Locomotors Disabilities)
"चलन नि:शक्तता" से हडिडयों, जोडो या मांसपेशियों की कोई ऐसी नि:शक्तता अभिप्रेत है, जिससे अंगो की गति में पर्याप्त निबंधन या किसी प्रकार का प्रमस्तिष्क घात हो
मानसिक रूग्णता (Mental ill Health)
"मानसिक रूग्णता" से मानसिक मंदता से भिन्न कोई मानसिक विकार अभिप्रेत है, ''नि:शक्त व्यक्ति'' से ऐसा कोई व्यक्ति अभिप्रेत है जो किसी चिकित्सा प्राधिकारी द्वारा प्रमाणित किसी नि:शक्तता के कम से कम चालीस प्रतिशत से ग्रस्त हैं।
मानसिक मंदता (Mentally Retired)
"मानसिक मंदता" से अभिप्रत है, किसी व्यक्ति के चित्त की अवरूद्व या अपूर्ण विकास की अवस्था जो विशेष रूप से बुद्वि की अवसामान्यता द्वारा अभिलक्षित होती है।
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